सुब्बू रात में अपने ऑफिस में बैठा अपनी डायरी में लिख रहा है,
"आज एक ओर दिन बित गया, तुम्हारे बिना ये 945वां दिन है मेरा। तुम्हारे बिना एक पल भी जीना मुम्किन नहीं है पर मैं जी रहा हूं, बस इस उम्मीद में कि मैं एक दिन तुम तक पहोंच जाऊंगा। मुझे पता है वो तुम हि थी। बस तुम इंतजार करना मैं तुम्हारे पास जरूर आऊंगा। प्रिया.."( आंसु भरी आंखों के साथ लिखते हुए)
3 साल बाद...
अनु फिर से सपने में सुब्बू को देखती है और तभी अचानक से जाग जाती है(आंखों में आंसु ओर चहरे पर डर के साथ)।
अनु कि मां कि आवाज आती है, "अनु... उठ जाओ बेटा, हॉस्पिटल से फोन आ रहा है। शायद कोई Emergency case होगा। जल्दी करो।"
अनु: मां आज मैं छुट्टी पर हूं। बोल दीजिए।
मां: एक बार बात तो कर ले बेटा। क्या पता कोई serious case हो। तुम एक डॉक्टर हो, जिम्मेदारी मत भुलो।
अनु: umm... मुझे आप पसंद नहीं। I hate you..
मां: लो बात करो।
अनु फोन पर बात करती है और उसे पता लगता है कि सच मे एक emergency case है और उसे जाना हि होगा। अनु कहती है,
अनु: तुम Operation कि तैयारि करो, मैं 15 मिनट में पहोंचति हूं।
अनु जल्दी से तैयार होती है और कार कि चाबी उठाकर कार कि तरफ भागती है। तभी अनु की मां कहती है,
मां: बेटा कुछ खा तो ले।
अनु: मां मैं वहीं कुछ खा लुंगी। Ok by मां, शाम को ready रहना। Dinner करने कहीं बाहर जाएंगे। ठिक है ना।
मां: ok अब जल्दी जाओ। संभलकर जाना।
अनु: by मां।
मां: by बेटा।
अनु हॉस्पिटल के लिए निकल जाती है।
अनु हॉस्पिटल पहोंचती है और उसे पता लगता कि जिसका operation है वो एक V.I.P. है, ओर उसकी heart' surgery करनी है जिसमें उनकी जान भी जा सकती है। तभी सुमन वहां आती है। अनु सुमन से कहती है कि,
अनु: इनकी अभी कि condition कि reports क्या है।
सुमन: फिलहाल तो pulse rate normal है पर अचानक से कभी भी बढ़ सकती हैं, ओर cardiac arrest से किसी भी समय इनकी मौत हो सकती है। इन्हें जल्दी से जल्दी surgery कि जरूरत है। लेकिन....
अनु: हां मैं जानती हूं, ये surgery के time भी मर सकते हैं।
सुमन: मुझे लगता है तुम्हें ये case नहीं लेना चाहिए। उन्हें कुछ हुआ तो जिम्मेदार तुम्हें ही ठहराया जाएगा।
अनु: हां मैं जानती हूं, पर अगर ये case मैं नहीं लूंगी तो ओर कोई भी नहीं लेगा। इसलिए जाओ और जल्दी जाकर surgery कि तैयारी करो।
सुमन: लेकिन अभी तक हमारी anesthesia specialists आई नहीं है।
अनु: तो उसे जल्दी बुलाओ।
तभी एक लड़की भागती हुई आती है ओर कहती हैं, "I'm sorry mam मैंने जल्दी आने कि पूरी कोशिश की फिर भी लेट हो गई।" अनु ने कहा,
अनु: स्नेहा relax आराम से सांस लो। शांत हो जाओ, ओर जाकर जल्दी से तैयार हो जाओ। एक serious case है। चलो जल्दी Harry up..
कुछ देर बाद अनु ऑपरेशन के लिए तैयार होती है। वो अपने हाथ धोकर ऑपरेशन रूम में जाती है और पहले अपनी team को कहती है..
अनु: आज इस surgery की जिम्मेदारी मेरी है, अगर इन्हें कुछ भी होता है तो उसकी जिम्मेदार सिर्फ मैं ही रहूंगी। पर मैं ये चाहती हूं कि आप सब मेरा साथ दे और हमेशा कि तरह अपना best दें।
पुरी team हां कहती है।
अनु: तो चलिए शुरू करते हैं।
Surgery शुरू होती है। अनु ओर पुरी team अपना best दे रही थी तभी अचानक peshaint कि pulse rate गिरने लगती है। ओर सभी घबराने लगते हैं। फिर अनु सभी से कहती हैं,
अनु: All of u calm down, स्नेहा pulse rate control करो।
स्नेहा: हां,
स्नेहा situation को संभालती है और peshaint कि pulse rate cantrol करती है।(थोड़ी घबराती हुई)
अनु surgery complete करती है। ओर peshaint कि सांसे अभी भी चल रही थी। सभी ये देख कर बहोत खुश होते हैं, तभी अनु कहती हैं,
अनु: चलो peshaint को दुसरे रूम में shift करो, ओर कुछ देर बाद सभी canteen में आ जाना। आज की treet मेरी तरफ से।
सभी खुश हो जाते हैं।
कुछ देर बाद सुमन canteen में जाती है और देखती है कि अनु फिर सो रही है। सुमन अनु के पास आती है और कहती हैं,
सुमन: तुम फिर सो रही हो। कभी तो निंद पुरी करके आया करो। इतनी ही निंद आ रही है तो रूम में जाकर भी सो सकती हो। यहां तो मत सोओ। उठो भी अब।
अनु: इतनी जोर से मत बोलो। मेरा सिर दर्द कर रहा है बोहोत। जाओ जाकर कोई painkiller लेकर आओ।
सुमन: क्या फिरसे। क्या तुमने फिर वही सपना देखा? अनु... तुम उसे भुल क्यूं नहीं जाती। वो सिर्फ एक dream ही तो है। वो कभी सच नहीं हो सकता। उसे याद रखकर तुम खुदको ही तकलीफ दे रही हो बस।
अनु: मैं क्या करूं.. मैं चाहकर भी उसे भूल नहीं पा रही। उसकी वो प्यार और आंसुओं से भरी आंखें मैं भूलना चाहूं तो भी नहीं भूल सकती। आंखें बंद करते ही उसका चहरा सामने आ जाता।
सुमन: पर अनु 3 साल हो चुके हैं। ओर अभी तक तुम उस dream boy पर ही अटकी हुई हो। तुम्हें किसी real boy से love करने कि जरूरत है।
अनु: जानती हूं, पर मैं एक बार तो उससे मिलना चाहती हूं। बातें करना चाहती हूं। ओर अगर वो मुझे प्यार करता होगा तो मुझे लगता है हम जरूर मिलेंगे..
सुमन: हाय... पता नहीं जिसके लिए तुम इतनी पागल हो वो कैसा दिखता होगा। लेकिन तुम्हारी बेसब्री देख कर लगता है वो जरूर बोहोत Handsome होगा। सुनो कभी वो मिले तो उसे मुझसे जरूर मिलवाना।
अनु: सबसे मिलवाउंगी पर तुमसे नहीं।
सुमन: हॉ... लेकिन क्युं.....?
तभी बाकी कि team भी वहां आ जाती है और सभी खाना खाते हैं। शाम को अनु लेट हो जाती है और जल्दी से घर जाने के लिए निकलती है।
Traffic signal पर रूकते ही अनु की मां call आता है।
मां: बेटा कहां हो अभी तक। मैं कबसे तैयार होकर बैठी हूं।
अनु: मां मैं बस आ ही रही हूं। यहां traffic बोहोत है। बस 5 मिनट में पहोंच जाऊंगी।
Signal green होते ही जैसे ही अनु कार आगे बढ़ाती है। अचानक एक आदमी कार के सामने आ जाता है। अनु डर जाति है और steering घुमाती हुई break लगाती है।
अनु बोहोत डर जाति है और फिर गुस्से में चिखते हुए कार से निकलती है,
अनु: दिखाई नहीं देता क्या? मरने का इतना शौक है तो कहीं ओर जाकर मरो। Hlo Mr. इघर देखो...
तभी अनु का ध्यान उस आदमी के कपड़ों पर पड़ता है। उस आदमी का कोट खुन से सना हुआ था ओर जैसे ही वो आदमी अनु कि तरफ मुड़ा तो अनु उसे देखकर चौंक गई।
वो आदमी वही था जिसे अनु अपने dreams में देखा करती थी। वो आदमी अनु के ओर करीब आ जाता है। वो आदमी आंसु भरी आंखों के साथ अनु से कहता है कि, "आख़िर मैंने तुम्हें ढुंढ हि लिया। कैसी हो तुम? ठीक तो हो ना?"
तभी अचानक वो आदमी अनु के ओर करीब आ जाता है और फिर अनु को गले लगा लेता है। जैसे ही वो आदमी अनु को गले लगाता है वो बेहोश हो जाता है....
To be continued....
Rank | Name | Points |
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Rank | Name | Points |
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