हम सभी जिंदगी से बोहोत सी उम्मीदें लगा लेते हैं और जब वो उम्मीदें पूरी नहीं होती तो हम दुखी होकर अपनी जिंदगी को कोसते हैं। इसलिए हमेशा हमें जो जिंदगी मिली है उसी में खुश रहना चाहिए। चाहे फिर जिंदगी हमें नफ़रत हि क्यूं ना दे...
अनु डायरी के अगले पेज को पढ़ना शुरू करती है,
अब ये कहानी होगी..
Priya and Subbu's Love Story...
सुब्बू और मेरा जन्म एक ही दिन एक ही हॉस्पिटल में हुआ। हम दोनों में बस 5 मिनट का हि फर्क है। सुब्बू मुझसे 5 मिनट पहले पैदा हुआ पर मैं उससे ज्यादा mature हूं। सुब्बू के parents ओर मेरे parents शुरू से ही friends है। इसलिए जब हमारा जन्म हुआ तो उन्होंने ये फैसला किया कि वो अब संबंधी बनेंगे। सुब्बू कि mom तो मुझे बचपन से ही बहू रानी कहकर बुलाती है।
मेरे पापा ने मुझे बताया कि जब हम दोनों का जन्म हुआ और नर्स ने हमें एक दुसरे के बगल के पालने में लेटा दिया तो सुब्बू तो सो रहा था, पर मैं उसकी तरफ देखते हुए smile कर रही थी। शायद मैं उस पल से ही तुमसे प्यार करने लगी थी...
मुझे आज भी याद है हमारे college का वो last day जब दिन कि शुरूआत बोहोत अच्छी हुई थी। वो मेरी life का सबसे अच्छा दिन था...
एक लड़की बैड पर सो रही है। वो निंद में smile करती हुई अजीब हरकतें कर रही है। तभी अलार्म बजता है। वो लड़की अचानक से उठ जाती है और अलार्म बंद कर देती है। वो smile करते हुए कहती है, "कितना अच्छा सपना था। आज का दिन जरूर बोहोत अच्छा होगा।"
फिर वो लड़की जल्दी से तैयार होने लगती है ओर तैयार होते ही अपने रूम से निकलते हुए घर से बाहर जाने लगती है तभी उस लड़की कि मां आवाज लगाती है,
मां: प्रिया आओ नाश्ता कर लो फिर जाना।
प्रिया: नहीं मां मुझे पहले जाकर सुब्बू को उठाना है। नाश्ता सासु मां करवा देंगी।(चिल्लाते हुए)
फिर प्रिया जल्दी से गुनगुनाते हुए सुब्बू के घर जाती है। वो चुपके से दबे पांव चलते हुए अंदर जाती है। सुब्बू कि mom जो kitchen में नाश्ता बना रही थी उनकी नजरों से बचते हुए चुपके से सुब्बू के रूम में जाती है।
प्रिया देखती है कि, सुब्बू अभी भी सो रहा था। प्रिया सोते हुए सुब्बू को देखते हुए कहती हैं,
प्रिया: हाय.... कितने प्यारे लग रहे हो निंद में smile करते हुए। मैं तो हमेशा यही चाहती हूं कि मैं तुम्हें रोज ऐसे ही मुस्कुराते हुए देखा करूं। आज का दिन हमारे लिए बोहोत खास है। इसलिए जल्दी से उठ जाओ। पर उससे पहले एक kiss तो बनती है।
प्रिया जैसे ही सुब्बू को kiss करने के लिए उसके नजदीक जाती है, सुब्बू कि आंखें खुलती हैं और वो प्रिया का face देख कर बोहोत डर जाता है और चिखता हुआ बैड से नीचे गिर जाता है। सुब्बू चौंकता हुआ खड़ा होता है और कहता है,
सुब्बू: ततत तुम ये क्या करने कि कोशिश कर रही थी और मेरे रूम में कैसे आई?
प्रिया शरमाते हुए कहती हैं,
प्रिया: वो आज बोहोत खास दिन है ना तुम्हारे लिए। तुम लेट ना हो जाओ इसलिए तुम्हें जगाने आई थी।
सुब्बू: तो मुझे जगाना चाहिए था। ये ऐसे उमममम करती हुई मेरे पास क्यूं आ रही थी।
प्रिया: वो तो बस मैं मक्खी उड़ानें के लिए फूंक मार रही थी। तुम्हारे चेहरे पर मक्खी बैठी थी।
सुब्बू: तुम ज्यादा बातें मत बनाओ। मैं सब समझता हूं.. तुम रूको.. अभी बताता हूं तुम्हें..
सुब्बू को अपने पास आता देख प्रिया ख्यालों में खो जाती है और देखती है कि, सुब्बू उसके पास आता है और उसे अपनी बाहों में खिंचता हुआ कहता है,"जो काम कर रही थी उसे पुरा करना चाहिए" ओर फिर सुब्बू प्रिया के होंठों पर kiss करता है।
तभी सुब्बू प्रिया का कान पकड़ कर खिंचता है और प्रिया ख्यालों से बाहर आती हुई कहती है,
प्रिया: आऊ आऊ कान तो मत खिचो । दर्द हो रहा है।
सुब्बू: दर्द हो रहा है। तुम निचे चलो..
सुब्बू प्रिया का कान पकड़ कर खिंचता हुआ निचे kitchen में अपनी mom के पास ले जाता है और कहता है,
सुब्बू: Mom..
Mom: हां बेटा (पिछे मुड़ते हुए कहती हैं)
सुब्बू: ये मेरे रूम में कैसे पहूंची?
Mom: अरे बहू रानी तुम कब आई? सुब्बू तुमने इसका कान क्यूं पकड़ रखा है, छोड़ो इसे दर्द हो रहा होगा।
सुब्बू प्रिया का कान छोड़ता है और प्रिया कहती हैं,
प्रिया: हां, देखो ना सासु मां कितनी जोर से कान खिंचा है। बोहोत दर्द हो रहा है मुझे।
सुब्बू कि mom उसे हल्के से मारते हुए कहती हैं कि,
Mom: कोई ऐसे करता है क्या?
सुब्बू: आप जानती नहीं ये क्या कर रही थी। इसने मुझे निंद में देख कर मेरा फायदा उठाने कि कोशिश कि, मुझे kiss करने वाली थी। वो तो शुक्र है मैं जाग गया।
प्रिया घबराते हुए कहती हैं,
प्रिया: नहीं सासु मां, मैं तो बस फूंक मार रही थी मक्खी उड़ानें के लिए।
Mom: ओह.. फूंक मार रही थी।(हल्की सी smile करते हुए कहती हैं)
प्रिया भी हल्की सी smile करते हुए हां में सिर हिलाती है।
सुब्बू: हां...... बेगरत झूठी कहीं कि,
Mom: ये क्या बोल रहे हो? तमीज कहां गई तुम्हारी। कोई एसे बात करता है क्या?
सुब्बू: पर mom ये झूठ बोल रही है।
तभी सुब्बू के पापा वहां आते हैं ओर कहते हैं,
Dad: ये क्या शोर मचा रखा है?
सुब्बू: ओह Good morning Dad
Dad: Morning, इतना शोर क्यूं कर रहे हो? क्या हुआ?
सुब्बू: कुछ नही dad(घबराता हुआ धिमी आवाज में कहता है)
Dad: अरे प्रिया तुम कब आई?
प्रिया: बस अभी अभी आई अंकल।(थोड़ी घबराते हुए कहती हैं)
सुब्बू ये सुनकर प्रिया को घुरने लगता है ओर सोचता है, "कितनी बड़ी झूठी और मक्कार हो तुम"। तभी सुब्बू के Dad कहते हैं,
Dad: साहबजादे तुम आज के दिन भी लेट उठे हो। तुम जानते हो ना आज कितना खास दिन है।
सुब्बू: जी dad..
Dad: तो यहां खड़े क्या कर रहे हो, जाकर जल्दी तैयार हो जाओ..
सुब्बू: हां dad अभी जाता हूं ( थोड़ा डरते हुए कहता है)।
ये कहकर सुब्बू जल्दी में हड़बड़ाता हुआ अपने रूम कि तरफ भागता है।
Dad: तुम भी जल्दी नाश्ता तैयार करो..(सुब्बू कि mom को कहते हैं)
ये कहकर सुब्बू के dad हल्की सी smile करते हुए अपने रूम में चले जाते हैं। सुब्बू कि mom प्रिया से पुछती है..
Mom: तुम सच में उसे kiss करने वाली थी क्या?
प्रिया: hmmm.. हां सासु मां। वो सोते हुए इतना प्यारा लग रहा था कि मैं खुदको रोक नहीं पाई।
Mom: तो जल्दी से कर लेती ना..
प्रिया: मैं तो करने ही वाली थी कि तभी उसने आंखें खोल ली और मैं पकड़ी गई...
इसके कुछ देर बाद सुब्बू अपने रूम से निकल कर सिडीयों से निचे उतरता हुआ kitchen कि तरफ बढ़ता है। तभी प्रिया सुब्बू कि तरफ देखती है और देखती हि रह जाती है (चौंकते हुए)....
To be continued.....
Rank | Name | Points |
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Rank | Name | Points |
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